ये पहली बार नहीं है की भारत में पोर्नोग्राफी वेबसाइट्स को बैन किया गया है कुछ साल पहले 2014 में भी सरकार ने कुछ पोर्नोग्राफी वेबसाइट्स को ब्लाक कर दिया था | उस समय कलेश वासवानी जो की एक वकील हैं उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की और कहा की हमारे देश में बलात्कार बोहोत बढ़ रहे हैं और इसमें काफी हद तक पोर्नोग्राफी जिम्मेदार है और ये महिलाओ के खिलाफ अपराधो को बढ़ावा देती है | इनकी याचिका के आधार पर उस समय पोर्नोग्राफी को भारत ने कुछ समय के लिए बैन किया गया पर बाद में ये बैन हटा लिया गया क्युकी एक रिपोर्ट में बताया गया की अगर पोर्न पूरी तरह से बैन कर दिया गया तो भारत के Internet Service Providers को 30% - 70% data का नुक्सान हो सकता है |
वैसे हमारे संविधान के आर्टिकल 21 राईट तो पर्सनल लिबर्टी उसके भी खिलाफ जाता है और बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी बोला की एक 18 साल से ऊपर का ब्यक्ति अपने कमरे में जो भी करता है उसे हम नहीं रोक सकते |
हमारे देश में पोर्नोग्राफी को लेकर ऐसी असमंजस की स्तिथि इसलिए भी बनी हुई है क्युकी पोर्नोग्राफी को लेकर कोई ठोस कानून नहीं है, अगर एक व्यक्ति अकेले में अपने कमरे में पोर्न देखता है तो ये जुर्म नहीं माना जायेगा पर अगर एक व्यक्ति बाल यौन उत्पीडन की फोटो का विडियो देखता है या इन्टरनेट पर अपलोड करता है तो ये जुर्म माना जाएगा तो ये अपने आप में ही काफी मतभेद वाली बात है | जब तक पोर्नोग्राफ़ी को लेकर हमारे देश में कोई ठोस कानून नहीं आएगा तो इसके ऊपर पूरी तरह से कुछ कह पाना काफी मुस्किल है |
अब सवाल उठता है की क्या पोर्नोग्राफी को पूरी तरह से बैन कर देना चाहिए या नहीं ?
इसके लिए हम आपका ध्यान एक केस स्टडी के ऊपर लेकर जाना चाहते हैं| अमेरिका में एक व्यक्ति था जिसका नाम था टेड बंदी जो की एक सीरियल किलर और रेपिस्ट था जिसने 1970 - 1980 में लगभग 30 से ज्यादा महिलाओ का बलात्कार किया और उन्हें जान से मार दिया ये तो वह के सरकारी दस्तावेजो से पता चलता है पर बाद में जब इसपे अच्छी तरह से जांच हुई तो एक्सपर्ट्स में बताया की उसने 100 - 150 महिलाओ के रेप किया और उन्हें मार डाला | इसका केस काफी लम्बे समय तक चला लगभग 7 - 8 साल फिर जज ने इसको मौत की सजा सुनाई और कहा की इसको इलेक्ट्रिक शॉक से मारा जायेगा, जो बोहोत ही दर्दनाक मौत होती है |
जब टेड बंदी को पता चला की उसकी मौत में सिर्फ एक दिन है तो उसके पास काफी लोग उसका आखिरी इंटरव्यू के लिए आये, फिर उसने एक इंटरव्यू दिया जोकि बोहोत चौकाने वाला था| टेड बंदी ने बताया की जो भी उसने किया वो एक नतीजा था पोर्नोग्राफी का | पोर्न के उसके दिमाग को बिलकुल पागल कर दिया था और उसे मजबूर किया की वो ऐसे काम करे |
इसके बाद अमेरिका में काफी दिनों तक केस स्टडीज हुई और अमेरिका की सर्कार ने इसे काफी गंभीर से लिया और कुछ कानून भी बनाये गए |
हालाँकि दुसरे देशो की माने तो चीन ने पोर्न 2002 - 2003 में ही बैन कर दी थी | पाकिस्तान में भी पोर्न बैन है | भारत ही एक ऐसा देश नहीं है जिसने पोर्नोग्राफी को लेकर एक बड़ा फैसला नहीं लिया इधर नेपाल ने भी इस साल की शुरुआत में पोर्न पर बैन लगाया था | साथ ही उगांडा जैसे देश ने भी पोर्न को बैन किया है |
अब देखना ये है की हमारा देश भारत जो व्यक्ति को पर्सनल आज़ादी देता है सब कुछ करने की वो इस मामले को कैसे देखता है | अभी हाल ही में सेक्शन 377 हटाया गया वो भी इसी आधार पर था की व्यक्ति को अपनी पर्सनल आज़ादी होनी चाहिए | क्या 800 वेबसाइट्स बैन करने से पोर्न देखने की समस्या समाप्त हो जाएगी, इन्टरनेट पर तो पोर्न की लाखो वेबसाइट्स हैं|
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